चंडीगढ़: एथेनॉल उत्पादन अब देश के कई राज्यों में बढ़ता हुआ नजर आ रहा है। इसमे महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक जैसे राज्यों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया है। अब एथेनॉल उत्पादन के मामलें में हरियाणा भी कदम उठा रहा है।
सहकारिता मंत्री डॉ बनवारी लाल ने ‘पंजाब केसरी’ खास बातचीत करते हुए कहा की, हरियाणा सरकार की ओर से चीनी मिलों को एथेनॉल उत्पादन को लेकर बढ़ावा दिया जा रहा है। राज्य की सभी 11 मिलों को एथेनॉल उत्पादन के लिए तैयार किया जा रहा है। पंजाब केसरी के अनुसार, सबसे पहले शाहबाद मिल में एथेनॉल उत्पादन शुरू करने की योजना बनाई गई है। साथ ही करनाल और पानीपत में भी उत्पादन शुरू करने की योजना है। मंत्री ने दावा किया कि, एथेनॉल उत्पादन को बढ़ावा देने से मिलों की आय में बढ़ोतरी होगी, जिससे मिलों के साथ साथ गन्ना किसान भी लाभान्वित होगें। मंत्री बनवारी लाल ने बताया की, प्रदेश में इस साल गन्ने की पेराई एक नवंबर से होगी।
केंद्र सरकार ने 2025 तक 20 प्रतिशत मिश्रण का लक्ष्य निर्धारित किया है। देश में एथेनॉल का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश में पेट्रोल के साथ एथेनॉल का मिश्रण 9.89% तक पहुंच गया है, और यह ब्लेंडिंग देश के सभी राज्यों में सबसे अधिक है। 12 जुलाई तक, देश भर में औसत एथेनॉल सम्मिश्रण स्तर 7.93% था। कर्नाटक ने 12 जुलाई तक 9.68% सम्मिश्रण के साथ दूसरा स्थान हासिल किया, उसके बाद महाराष्ट्र (9.59%), बिहार (9.47%), मध्य प्रदेश (8.87%) और आंध्र प्रदेश (8.73%) का स्थान है।
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