मैसूर, कर्नाटक: मैसूर में किसान एक बार फिर अपने गन्ने के लिए उच्च उचित और लाभकारी मूल्य (FRP) की मांग को लेकर सड़कों पर उतर रहे हैं और सिंचाई पंप सेटों के लिए मीटर लगाने के कदम का विरोध कर रहे हैं। कर्नाटक सरकार द्वारा अभी भी उनकी मांगों पर ध्यान नहीं देने के कारण, स्टेट शुगरकेन ग्रोवर्स एसोसिएशन (State Sugarcane Growers’ Association) के नेतृत्व में किसान संगठनों ने अपनी मांगों के समर्थन में मंगलवार को जेएसएस कॉलेज ऊटी रोड सर्कल में धरना प्रदर्शन किया।
द हिन्दू डॉट कॉम में प्रकाशित खबर के मुताबिक, किसानों ने कहा कि सरकार ने पिछले कुछ वर्षों से एफआरपी में भारी वृद्धि नहीं की है और कीमत 2,850 रुपये प्रति टन है। एसोसिएशन के अध्यक्ष कुरबुर शांता कुमार ने कहा, केंद्र किसानों की आय को दोगुना करने का दावा करता है, लेकिन डीजल की कीमतों और उर्वरकों में भारी वृद्धि के साथ इनपुट लागत में काफी वृद्धि हुई है। उन्होंने मांग की कि, 2021-22 के लिए एफआरपी को बढ़ाकर 3,200 रुपये प्रति टन किया जाना चाहिए।
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