देशभर के थोक मंडियों में पखवाड़ेभर में चीनी का प्रति क्विंटल दर 100 रुपए तक बढ़ चुका है। इसका प्रमुख कारण सरकार द्वारा चीनी के एमएसपी में बढ़ोतरी किए जाने की चर्चा है।
नई दिल्ली : चीनी मंडी
घरेलू और वैश्विक बाजार में चीनी की लगातार गिरती कीमतों के कारण चीनी उद्योग आर्थिक मुसीबत में है, उद्योग को इस मुसीबत से बाहर निकालने के लिए केंद्र सरकार द्वारा हर मुमकिन कदम उठाया जा रहा है । लेकिन फिर भी चीनी उद्योग की मुसीबतें कम होती नजर नही आ रही है, अब सरकार द्वारा चीनी के एमएसपी में बढ़ोतरी किए जाने की चर्चा है। इस चर्चा के चलते देशभर की स्थानीय थोक मंडी में चीनी पखवाड़ेभर में 100 रुपए प्रति क्विंटल तक महंगी हो चुकी है।
सरकार द्वारा एमएसपी 2900 से बढ़ाकर 3200 रुपए प्रति क्विंटल किया जा सकता है। ऐसे में चीनी के भाव में तेजी देखी जा रही है। पखवाड़ेभर में शक्कर के भाव में 100 रुपए प्रति क्विंटल तक की तेजी दर्ज की गई है। इस तेजी के साथ चीनी वर्तमान में 3,300 रुपए प्रति क्विंटल के स्तर पर कारोबार कर रही है। खुदरा बाजार में यह 35 से 37 रुपए प्रति किलोग्राम पर बनीं हुई है। इससे पहले चीनी नवंबर में दीपावली के बाद 3,300 रुपए प्रति क्विंटल के स्तर पर थी। दीपावली में मांग बढ़ने के कारण चीनी तेजी के साथ 3,400 रुपए प्रति क्विंटल के स्तर पर पहुंची थी।
इसके बाद दिसंबर के अंतिम सप्ताह में यह 3,200 रुपए प्रति क्विंटल तक नीचे आ गई थी। लेकिन अब एमएसपी बढ़ने की संभावना और मांग बढने से इसमें फिर से तेजी का रुख बना है। आने वाले समय में इसके भाव में और बढ़त देखने को मिल सकती है। 17 जनवरी से वैवाहित मुहूर्त एक बार फिर से शुरू हो रहा है ऐसे में घरेलू बाजार में चीनी की डिमांड बढ़ेगी जिससे कीमतों में तेजी की संभावना बढ़ेगी। हालांकि उत्पादन व स्टॉक को देखते हुए चीनी की कीमतों में तेजी की संभावना नहीं है। ‘इस्मा’ के अनुसार देश में दिसंबर के अंत तक चीनी का उत्पादन 110.52 लाख टन के लगभग हो गया। जो पिछले वर्ष की तुलना में अधिक है।