चीनी आयुक्त शेखर गायकवाड़ ने सोमवार को राज्य में केवल 15 प्रतिशत तक एफआरपी का भुगतान करनेवाली कुल 39 चीनी मिलों को नोटिस जारी किया है और आने वाले गुरुवार को इसपर सुनवाई होनेवाली है। नोटिस में कोल्हापुर जिले के 8, सांगली 5, सतारा 3, सोलापुर 6, बीड 4 और अन्य जिले की मिलें शामिल हैं। एफआरपी के पैसे के बकाया भुगतान के कारण कई किसान संगठनों के बढ़ते आंदोलन के कारण, चीनी आयुक्त द्वारा कड़ी कारवाई की जा रही है। वर्ष 2018-19 में 31 दिसंबर को जारी की गई एफआरपी की नवीनतम रिपोर्ट 15 जनवरी को प्राप्त हुई है।
आंकड़ों के मुताबिक, एफआरपी 10,487 करोड़ रुपये है और 5,166 करोड़ रुपये किसानों के बैंक खातों में जमा किए गए हैं, जबकि एफआरपी की राशि 5,320 करोड़ रुपये से अधिक है। गन्ना पेराई सत्र शुरू हुए तीन माह बीत चुके हैं। उसमें से 39 मिलों में से 25 ने एफआरपी से कम राशी का भुगतान किया है और 14 मिलों ने केवल 5 से 15 प्रतिशत राशि दी है। उन्हें सुनवाई के लिए बुलाया है ।
जिलेवार एफआरपी बकाया रखनेवाली मिलों के नाम: कोल्हापुर जिला (8 मिलें ) – श्री दत्त किसान, जवाहर किसान, देशभक्त रत्नाप्पान्ना कुंभार पंचगंगा, शरद, तात्यासाहेब कोरे, गुरुदत्त शुगर, सर सेनापति संताजी घोरपड़े, इको-केन शुगर एनर्जी लि. सांगली जिला (5 मिलें ), महाकाली, वसंतदादा सहकारी, केन एग्रो डोंगराई, निनाईदेवी-डालमिया, विश्वासराव नाइक सातारा जिला (3 कारखाने) किसनवीर भुइंज, किसनवीर-प्रतापगढ़, किसनवीर खंडाला। सोलापुर जिला (6 मिलें ) बबनराव शिंदे, कर्मदास सहकारी, सिद्धेश्वर, गोकुल, विट्ठल शुगर, जयहिंद चीनी आदि शामिल हैं।
इसके अलावा, मधुकर (जलगाँव -1), समृद्धि शुगर, रामेश्वर (जालना 2), माजलगाँव, वैद्यनाथ, जय महेश एनएसएल, जय भवानी (बीड 4 फैक्ट्री), रेणुका शुगर-रत्नप्रभा और त्रिंद्र शुगर प्राइवेट लिमिटेड। (परभणी 2 कारखाना), शीला अतुल चीनी-जय लक्ष्मी चीनी और शंभू महादेव (उस्मानाबाद 2), पंगेश्वर, श्री साईंबाबा चीनी (लातूर 2), गणेश सहकारी, डॉ। बी बी तनपुरय (अहमदनगर 2), शरद सहकारी (औरंगाबाद -1), वेंकटेश्वर (नागपुर -1) के 39 कारखाने शामिल हैं।
डाउनलोड करे चिनीमंडी न्यूज ऐप: http://bit.ly/ChiniMandiApp