विजयनगर: पुलिस प्रशासन ने सोमवार को भीमासिंगी चीनी मिल से कलेक्टर कार्यालय तक पैदल यात्रा निकालने के किसानों के मंसूबे को ध्वस्त कर दिया। पुलिस ने गन्ना किसानों को यह कहकर गांवों में इकट्ठा नहीं होने दिया कि, राज्य सरकार ने किसी तरह के आंदोलन की इजाजत नहीं दी है। CPI(M) के जिला सचिव और जिला रायथु संघम के उपाध्यक्ष तम्मिनेनी सूर्यनारायण, चल्ला जगन, वेंकट राव और अन्य नेताओं ने आरोप लगाया कि, सरकार गन्ना किसानों के मुद्दे पर भी शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन की अनुमति नहीं दे रही है।
द हिन्दू में प्रकाशित खबर के मुताबिक, सूर्यनारायण ने कहा कि, गन्ना किसान असमंजस की स्थिति में हैं और भीमासिंगी चीनी मिल के पुनरुद्धार के कोई संकेत नहीं मिल रहें हैं। उन्होंने कहा कि, सरकार ने यह कहकर किसानों को गुमराह किया कि मरम्मत के बाद मिल फिर से खुल जायेगी। एक अलग प्रेस विज्ञप्ति में, लोक सत्ता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भी शेट्टी बाबाजी ने आरोप लगाया कि, राज्य सरकार को उत्तर आंध्र क्षेत्र के कई बंद चीनी मिलों के पुनरुद्धार के बारे में कोई चिंता नहीं है। सरकार ने पहले मंत्रियों के साथ एक उप-समिति नियुक्त की थी। इसकी रिपोर्ट अभी सामने नहीं आई है। गन्ने की पेराई को लेकर स्पष्टता नहीं होने से किसान अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं।