उधम सिंह नगर: उत्तराखंड सरकार ने राज्य में बंद पड़ी चीनी मिलों को फिर से शुरू करने के प्रयास तेज कर दिए है, जिससें गन्ना किसान और मिल कर्मचारियों को राहत मिली है। गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने बंद पड़ी सितारगंज चीनी मिल शुरू करने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने जून में मिल का निरीक्षण किया था और इसे पीपीपी मोड पर शुरू करने का आश्वासन दिया था। आखिरकार उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सितारगंज में किसान सहकारी चीनी मिल लिमिटेड के लिए पेराई सत्र का शुभारंभ किया। सरकार के इस कदम से हजारों गन्ना किसानों को बड़ी राहत मिली है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पेराई के समय कहा कि, गन्ने की शुरुआती किस्म 355 रुपये प्रति क्विंटल और सामान्य किस्म 345 रुपये प्रति क्विंटल की दर से उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा की, सितारगंज मिल में बिजली और एथेनॉल का उत्पादन करने की सरकार की योजना है। गन्ना विकास मंत्री यतीश्वरानंद ने कहा कि, मिल को फिर से शुरू करके सरकार ने किसानों से किया अपना वादा पूरा कर दिया गया है। उन्होंने कहा की, यह मिल शुरू होने से गन्ना किसानों की आय में बढ़ोतरी होगी, साथ ही कई लोगों को रोजगार के नए अवसर भी मिलेंगे। किसानों की आय दोगुनी करने के लिए राज्य सरकार और केंद्र सरकार मिलकर काम कर रहें है।