विल्लुपुरम: तमिलनाडु कृषि विज्ञान संस्थान के वैज्ञानिकों की एक टीम ने विल्लुपुरम में आर्मीवर्म से प्रभावित गन्ने की फसलों का निरीक्षण किया। यह टीम गन्ना किसानों द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के बाद दाखिल हुइै। लगभग 300 एकड़ जमीन आर्मीवर्म से प्रभावित हुई है। वैज्ञानिक पी श्रीधर, एस मालती और कृषि के जिला संयुक्त निदेशक जी रामनन ने कनाईकुप्पम गांव में गन्ने के खेतों का दौरा किया और आर्मीवर्म की वृद्धि का अध्ययन किया, और उन्होंने आर्मीवर्म के उन्मूलन और नियंत्रण के लिए किसानों को सलाह दी।
वैज्ञानिक श्रीधर ने कहा कि, इस प्रकार के तेजी से फैलने अमेरिकी आर्मीवर्म का उन्मूलन तभी होगा जब किसान उसी समय अपनी फसलों में कीटनाशक लगाएंगे। गन्ना किसान आर्मीवर्म के कारण हैरान हुए है। आर्मीवर्म, जो पहले केवल मक्का, काले चने, अल्फाल्फा और बीन्स जैसे अनाज पर हमला करता था, अब तमिलनाडु में पहली बार गन्ने की फसलों पर हमला किया है।
मुंडियाम्बक्कम, ओरथुर, कनई, कनाईकुप्पम, पेरा बक्कम, अयंदुर, आरकोट और कंजानूर सहित गांवों में फसल पिछले सप्ताह कथित रूप से कीट से प्रभावित हुई थी। किसानों का दावा है कि, इन आर्मीवर्म ने रोपण के 30 से 40 दिनों के भीतर गन्ने की फसलों पर हमला किया और गन्ने को नष्ट कर दिया।