न्यूयॉर्क : संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में यूक्रेन पर हमले को लेकर पेश निंदा प्रस्ताव पर भारत ने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया। UNSC में भारत की भूमिका पर सारे दुनिया की नजर टिकी थी, हालांकि भारत ने वोटिंग से बचते हुए बातचीत के जरिए इस मसले को सुलझाने का सुझाव रखा। UNSC की बैठक में संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टी एस तिरुमूर्ति ने कहा कि, यूक्रेन में हाल के घटनाक्रम से भारत बहुत परेशान है। हम आग्रह करते हैं कि हिंसा और शत्रुता को तत्काल समाप्त करने के लिए सभी प्रयास किए जाएं। तिरुमूर्ति ने यूक्रेन में भारतीय समुदाय के कल्याण और सुरक्षा पर भी चिंता व्यक्त की।
उन्होंने कहा, हम यूक्रेन में बड़ी संख्या में भारतीय छात्रों सहित भारतीय समुदाय के कल्याण और सुरक्षा के बारे में भी चिंतित हैं। उन्होंने कहा, समकालीन वैश्विक व्यवस्था संयुक्त राष्ट्र चार्टर, अंतर्राष्ट्रीय कानून और सम्मान पर बनाई गई है।राज्यों की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता महत्वपूर्ण है। सभी सदस्य देशों को रचनात्मक तरीके से आगे बढ़ने के लिए इन सिद्धांतों का सम्मान करने की आवश्यकता है। तिरुमूर्ति ने कहा, मतभेदों और विवादों को निपटाने के लिए संवाद ही एकमात्र जवाब है, हालांकि, इस समय चुनौतीपूर्ण हो सकता है। उन्होंने कहा, ‘यह खेद की बात है कि कूटनीति का रास्ता छोड़ दिया गया। हमें उस पर लौटना होगा। इन सभी कारणों से भारत ने इस प्रस्ताव पर परहेज करना चुना है।