जॉर्जटाउन: गुयाना सरकार देश के चीनी उद्योग को पुनर्जीवित करने के अपने प्रयासों में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। राष्ट्रपति, डॉ मोहम्मद इरफ़ान अली ने रविवार को यह स्पष्ट कर दिया कि गुयाना ग्वाटेमाला के साथ मिलकर इसे पुनर्जीवित करने के लिए काम करेगा। डॉ अली ने कहा कि, ग्वाटेमाला चीनी का दुनिया का चौथा सबसे बड़ा निर्यातक है और लैटिन और मध्य अमेरिका में दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक है। राष्ट्रपति डॉ अली ने कहा कि, देश का चीनी उद्योग 80,000 प्रत्यक्ष रोजगार और 410,000 अप्रत्यक्ष रोजगार पैदा करता है। राष्ट्रपति डॉ अली ने बताया कि, ग्वाटेमाला में 251,000 हेक्टेयर के खेती क्षेत्र के साथ 11 चीनी मिलें हैं, जो 10.7 मीट्रिक टन प्रति हेक्टेयर उपज देती हैं, जिसमें $1 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक की निर्यात आय होती है। उन्होंने कहा, ग्वाटेमाला और गुयाना के साझेदारी का अंतिम परिणाम स्थिरता, रोजगार सृजन, आर्थिक विस्तार और व्यवहार्यता है।
सरकार ने चीनी उद्योग को पुनर्जीवित करने की अपनी प्रतिबद्धता के चलते गुयाना शुगर कॉरपोरेशन को 2022 के बजट में $6 बिलियन का आवंटन किया। आवंटित धन को एल्बियन, ब्लेयरमोंट और यूटवलुगट मिलों में लगाया जाएगा। गुयाना और ग्वाटेमाला ने हाल ही में बेलीज में चौथे कैरिकॉम-एसआईसीए शिखर सम्मेलन के दौरान चर्चा की। पिछले हफ्ते एक संयुक्त बयान में, दोनों देशों के राष्ट्रपतियों ने सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन, कृषि और खाद्य सुरक्षा के क्षेत्रों सहित आपसी लाभ के लिए व्यापक और प्रभावी सहयोग विकसित करने की अपनी आकांक्षाओं को साझा किया।