बीड : महाराष्ट्र के बीड में बिजली लाइन से गन्ने की फसल जलने की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है। गन्ना पराई अंतिम सीजन में पहुंच चुकी है, लेकिन साथ ही फसल जलने का संकट भी बढ़ रहा है। मराठवाडा में किसानों का कहना है कि, उनके खेतों के ऊपर से गुजरने वाली बिजली लाइनों में “चिंगारी” खड़ी गन्ने की फसल को जला रही थी। उन्होंने दावा किया कि, विभिन्न गांवों में 120 एकड़ से अधिक क्षेत्र में खेती की गई गन्ना हाल ही में इस तरह से जल गई थी। इस साल खेती की लंबी अवधि और पानी की प्रचुरता के कारण उपज अच्छी थी। बिजली की लाइनें गन्ने से सिर्फ दो से तीन फीट ऊपर गुजरती हैं। अगर ये तार छूते हैं, तो चिंगारियां निकलती हैं जो कभी-कभी फसलों को जला देती हैं।
न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, MSEDCL के अधिकारीयों का कहना है की, कठोर मिट्टी की कमी के कारण, बिजली के खंभे कभी-कभी झुकना शुरू कर देते हैं, जिससे लाइनें छू जाती हैं। ऐसे में स्पार्किंग की संभावना होती है।
2020-21 में फसलों में केवल मराठवाडा में आग लगने की 13 घटनाएं हुईं, जिसमें पांच लोगों को 9.99 लाख रुपये का मुआवजा मिला। मराठवाडा के साथ साथ राज्य के अन्य इलाकों में भी फसल जलने की वारदाते काफी बढ़ गई थी।