पीलीभीत: उत्तर प्रदेश के 48 लाख से अधिक गन्ना किसानों को खुले बाजार में सस्ती दरों पर गुणवत्तापूर्ण कीटनाशक उपलब्ध कराने के लिए, राज्य के गन्ना अधिकारी एक योजना शुरू करने के लिए तैयार हैं, जिसके तहत चीनी मिलें गन्ना उत्पादकों को 20% रियायती मूल्य पर ब्रांडेड कीटनाशक उपलब्ध कराएंगी।गन्ना विकास और चीनी उद्योग (उत्तर प्रदेश) के अतिरिक्त मुख्य सचिव संजय आर भूसरेड्डी ने कहा कि, मिलें ऐसे उत्पादों को खरीदने के लिए किसानों को ब्याज मुक्त ऋण भी देंगी। भूसरेड्डी ने कहा कि, यह उत्तर प्रदेश में इस तरह की पहली पहल है।
अधिकारी ने कहा कि, यह योजना गन्ना उत्पादकों को अपनी फसलों को शूट बोरर और टॉप बोरर प्रकोप से बचाने में सक्षम बनाने के लिए तैयार की गई है। उन्होंने कहा कि, मिलें सीधे कंपनियों से खरीदेंगी और इसलिए सस्ती दरों पर कीटनाशक उपलब्ध करा सकेंगी। किसानों को पेराई के मौसम में उनके खेत की आवश्यकता के अनुसार केवल एक बार कीटनाशक दिए जाएंगे और इसकी गुणवत्ता की निगरानी कीटनाशक अधिनियम, 1968 के तहत की जाएगी। साथ ही, किसी भी चीनी मिल को बिना किसी दवा के ‘क्लोरएन्ट्रानिलिप्रोल’ या इसी तरह के कीटनाशकों को वितरित करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
भूसरेड्डी ने कहा कि, गन्ना किसानों के साथ-साथ कीटनाशक वितरण योजना के लिए उत्पादकों की सूची चीनी मिल मालिकों द्वारा जिला गन्ना अधिकारियों को उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने कहा, चीनी मिलों को 5 लाख रुपये की बैंक गारंटी भी जमा करनी होगी। यदि कोई मिल किसानों के ब्याज मुक्त ऋण को समायोजित करने में विफल रहती है, तो संबंधित राशि का उपयोग जरूरतमंदों के लिए किया जा सकता है।