नई दिल्ली: सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को जैव-एथेनॉल, सीएनजी और एलएनजी जैसे वैकल्पिक ईंधन के उत्पादन और व्यवसाय से जुड़ी संस्थाओं के लिए प्राथमिकता वाले क्षेत्र को ऋण (priority sector lending facilities) देने की सुविधा के विस्तार पर बात की। उन्होंने कहा कि, इससे जीवाश्म ईंधन के आयात में कटौती करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा, मैं इस मुद्दे पर वित्त मंत्री और आरबीआई गवर्नर से बात करूंगा। प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र ऋण सुविधा संस्थाओं को आसान शर्तों पर बैंकों से ऋण प्राप्त करने में मदद करती है।
द टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित खबर के मुताबिक, मंत्री गडकरी ने कहा कि, आईओसी द्वारा एथेनॉल के कैलोरी मान को पेट्रोल के बराबर लाने का परीक्षण सफल रहा। उन्होंने कहा कि, पहले एक चिंता थी कि एक लीटर पेट्रोल की तुलना में एक लीटर एथेनॉल के साथ कम किलोमीटर की दूरी तय की जा सकती है। अब यह मामला सुलझ गया है। गडकरी ने कहा कि, वह आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव से मिलेंगे और दूरसंचार कंपनियों से अपने मोबाइल फोन टावरों को डीजल आधारित जनरेटर के बजाय एथेनॉल आधारित जनरेटर पर चलाने का आग्रह करने का सुझाव देंगे।