तिरुपति : रायलसीमा और नेल्लोर जिलों में कई मंडलों के सैकड़ों छोटे और सीमांत किसानों को चक्रवात आसनी के कारण फसल को भारी नुकसान हुआ है। चक्रवात से राज्य के नौ जिलों में सब्जियों और बागवानी फसलों जैसे केला, पपीता, मिर्च, आम, टमाटर, ड्रमस्टिक, एसिड लाइम, सुपारी और पर असर पड़ा है। कटाई के बाद खेतों में छोड़ा धान बारिश के पानी में भीग गया है। नेल्लोर जिले के छह मंडलों में 3,024 हेक्टेयर में कपास, गन्ना, काला चना, हरा चना, तिल, मक्का और अन्य फसलें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई।
चित्तूर जिले के वेदुरुकुप्पम, सदुम, सोमाला, पुतलपट्टू, पेनुमुरु, एसआर पुरम, गंगाधारा नेल्लोर और चित्तूर ग्रामीण मंडलों में 4,068 हेक्टेयर में आम की फसल को नुकसान पहुंचा है। चक्रवात ने अच्छी फसल उपज लेने की किसानों की उम्मीदों को धराशायी कर दिया। तेदेपा नेता सी वेंकटेश्वर रेड्डी ने कहा कि, फसल के नुकसान का सामना करने वाले किसानों को पर्याप्त मुआवजा दिया जाना चाहिए।राज्य सरकार को रायलसीमा और नेल्लोर के चक्रवात प्रभावित किसानों के बचाव में आना चाहिए। क्षतिग्रस्त धान को समर्थन मूल्य पर खरीदा जाना चाहिए।