चीनी उद्योग को बड़ी राहत देते हुए महाराष्ट्र सरकार ने मंगलवार को 1 मई के बाद अतिरिक्त गन्ने की पेराई के लिए 200 रुपये प्रति टन की अतिरिक्त सब्सिडी देने का फैसला किया। इसकी आवश्यकता इसलिए पड़ी क्योंकि 18 जिलों के लगभग 19.52 लाख टन गन्ने की पिराई अभी बाकी है।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया क्योंकि कुछ सहकारी और निजी चीनी मिलें अभी भी खड़े गन्ने की पेराई के लिए काम कर रही हैं।
आज की सब्सिडी राज्य मंत्रिमंडल द्वारा अनुमोदित हाल ही में गन्ने के परिवहन के लिए सब्सिडी और चीनी रिकवरी की कमी के लिए सब्सिडी के अतिरिक्त है।
आज मुख्यमंत्री उद्धव बाळासाहेब ठाकरे यांच्या अध्यक्षतेखाली अतिरिक्त ऊस गाळप अनुदानाबाबत बैठक पार पडली. यावेळी मुख्यमंत्र्यांनी, संपूर्ण ऊस गाळप होईपर्यंत साखर कारखाने सुरु ठेवण्याचे तसेच १ मे नंतर गाळप झालेल्या अतिरिक्त ऊस गाळपासाठी २०० रू प्रतिटन अनुदान देण्याचे, निर्देश दिले. pic.twitter.com/CXuzPGV5sv
— CMO Maharashtra (@CMOMaharashtra) May 17, 2022
मुख्यमंत्री कार्यालय के अनुसार, मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि 2021-22 के चालू पेराई सत्र में पूरे गन्ने की पेराई होने तक चीनी मिलें चालू रहेंगी।