पुणे: सरकार और प्रसाशन द्वारा गन्ना किसानों को हर मुमकिन सहायता मुहैया कराई जा रही है। लेकिन महाराष्ट्र में अतिरिक्त गन्ने की समस्या को लेकर किसानों में नाराजगी है। राज्य सरकार द्वारा शत प्रतिशत गन्ना पेराई के लिए हर मुमकिन कोशिश की जा रही है। सरकार ने सभी गन्ने की पेराई होने तक मिलो को शुरू रखने का निर्देश दिया है, लेकिन किसानों को शत प्रतिशत गन्ना पेराई होने की आशंका है। जिसके कारण किसान अब आंदोलन करने जा रहे है। मराठवाडा क्षेत्र की तरह अहमदनगर जिले में भी अधिशेष गन्ने की समस्या बनी हुई है, और जिले के पुंतंबा गांव के किसानों ने गन्ने और अन्य फसलों से संबंधित मुद्दों पर एक नया आंदोलन शुरू करने का फैसला किया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सरपंच (ग्राम प्रधान) धनंजय धनवटे ने बताया कि इस संबंध में गुरुवार को पुंतंबा ग्राम पंचायत में बैठक हुई। उन्होंने कहा, किसानों की एक प्रारंभिक बैठक हुई, जहां हमने किसान क्रांति मोर्चा (केकेएम) के बैनर तले गन्ने से संबंधित विभिन्न मुद्दों के लिए एक और आंदोलन शुरू करने का फैसला किया। पिछले साल अधिक बारिश के कारण राज्य में गन्ने का रकबा बढ़ गया है, लेकिन अब मिलों को सभी गन्ने की पेराई में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा, बैठक में मांग की गई है कि जिन किसानों का गन्ना अभी भी खेतों में है, उन्हें राज्य सरकार 2 लाख रुपये की मदद मुहैया कराए। धनवटे ने कहा, 23 मई को हमारी एक ग्राम सभा होगी और आगे की रणनीति तय की जाएगी। केकेएम के बैनर तले पुंतंबा के किसानों ने 2017 में विभिन्न मांगों को लेकर बड़े पैमाने पर किसान हड़ताल का आयोजन किया था।