नई दिल्ली : पिछले साल हुई अच्छी बारिश और गन्ने के रकबे के बढ़ोतरी के चलते देश में रिकॉर्ड चीनी उत्पादन हुआ है। चीनी उत्पादन में इस साल महाराष्ट्र ने उत्तर प्रदेश को पीछें छोड़ दिया है, और महाराष्ट्र की कुछ मिलें 15 जून तक शुरू रहने की संभावना है। 30 मई तक की बात की जाये तो चीनी उत्पादन 15 प्रतिशत बढ़कर रिकॉर्ड 35.24 मिलियन टन हो गया है। जबकि एक साल पहले की समान अवधि में चीनी का उत्पादन 30.63 मिलियन टन था। इतनाही नही अब तक प्राप्त चीनी उत्पादन पूरे 2020-21 विपणन वर्ष में उत्पादित 31.12 मिलियन टन से काफी अधिक है।
नेशनल फेडरेशन ऑफ कोऑपरेटिव शुगर फैक्ट्रीज लिमिटेड (NFCSFL) के आंकड़ों के अनुसार, चालू विपणन वर्ष के अंत तक और 4-5 लाख टन चीनी का उत्पादन होने की उम्मीद है। देश में चीनी उत्पादन में महाराष्ट्र ने उत्तर प्रदेश समेत अन्य सभी राज्यों को पीछे छोड़ दिया है। राज्य में 30 मई तक चीनी उत्पादन 13.68 मिलियन टन हो गया, जबकि एक साल पहले की अवधि में यह 10.63 मिलियन टन था। उत्तर प्रदेश में चीनी का उत्पादन इस साल अब तक 10.2 करोड़ टन हुआ, जो एक साल पहले इसी अवधि में 11.01 मिलियन टन से कम है। आंकड़ों से पता चलता है कि कर्नाटक में उत्पादन 4.25 मिलियन टन से बढ़कर 5.92 मिलियन टन हो गया। केंद्र सरकार ने अक्टूबर-नवंबर में त्योहारी सीजन के दौरान चीनी की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए एहतियाती कदम के रूप में चल रहे 2021-22 विपणन वर्ष में चीनी निर्यात को एक करोड़ टन पर सीमित कर दिया है।