पुणे : पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार ने कहा की, केंद्र सरकार द्वारा चीनी निर्यात के लिए दी गई सहायता चीनी उद्योग के लिए एक बड़ी राहत थी। चीनी निर्यात ने चीनी उद्योग का आर्थिक तनाव कुछ हद तक कम किया है। चीनी उद्योग के इतिहास में पहली बार इस साल रिकॉर्ड चीनी निर्यात की उम्मीद है। उन्होंने कहा, चीनी उद्योग की समस्याओं के समाधान के लिए दीर्घकालिक सोच की जरूरत है।
वसंतदादा शुगर इंस्टीटयूट (पुणे), चीनी आयुक्तालय, महाराष्ट्र राज्य सहकारी साखर कारखाना संघ, वेस्ट इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (WISMA) आदि के सहयोग राज्यस्तरीय चीनी सम्मेलन (VSI’s Sugar Conference/Sakhar Parishad) का आयोजन किया गया है। यह दो दिवसीय सम्मेलन है। इस सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में पवार बोल रहे थे। ‘चीनीमंडी’ इस राज्य स्तरीय चीनी सम्मेलन का मीडिया पार्टनर है और ‘eBuySugar’ स्ट्रीमिंग पार्टनर है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी इस समारोह के मुख्य अतिथि थे। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री अजित पवार, दिलीप वळसे पाटिल, महसूल मंत्री बालासाहेब थोरात, सहकारिता मंत्री बालासाहेब पाटिल, जयप्रकाश दांडेगावकर, सांसद श्रीनिवास पाटिल, मंत्री सतेज पाटिल, सांसद हेमंत पाटिल, चीनी मिलों के अध्यक्ष, कार्यकारी निदेशक आदि उपस्थित थे। इस अवसर पर मंत्री नितिन गडकरी द्वारा ‘आधारस्तंभ : माननीय पद्म विभूषण शरद पवार का चीनी उद्योग के लिए योगदान’ और राज्य स्तरीय चीनी परिषद 2022 पुस्तक का विमोचन किया गया।
पवार ने कहा, इस साल की तरह अगले साल भी गन्ने का बंपर उत्पादन होने का अनुमान है, इसलिए अगले साल चीनी सीजन शुरू होने से पहले ही गन्ना कटाई के लिए प्लानिंग करनी होगी। उन्होंने कहा, गन्ना कटाई के लिए चीनी आयुक्तालय और चीनी मिलों को मिलकर काम करने की जरूरत है। पवार ने आगे कहा, फिलहाल देश में चीनी का उत्पादन बढ़ने के संकेत मिल रहे हैं। हालांकि चीनी मिलों द्वारा निर्यात को दी जा रही प्राथमिकता चीनी उद्योग को आश्वस्त करने वाली है। उन्होंने कहा, भारत द्वारा इस साल 90 लाख टन से अधिक चीनी निर्यात करने की उम्मीद है। चीनी निर्यात में महाराष्ट्र की हिस्सेदारी ज्यादा है और यह खुशी की बात है। चीनी का निर्यात और एथेनॉल उत्पादन दोनों ही मिलों के लिए फायदेमंद हैं। पवार ने कहा, फैक्ट्रियां पिछले तीन सीजन से निर्यात को प्राथमिकता दे रही हैं। वैश्विक कोरोना संकट और अफघानिस्तान के युद्ध की स्थिति के बावजूद चीनी निर्यात में वृद्धि हुई है।
महाराष्ट्र में इस सीजन बंपर चीनी उत्पादन होने वाला है। महाराष्ट्र के मराठवाड़ा, अहमदनगर, सोलापुर में इस साल गन्ने का रकबा बढ़ने के कारण पेराई सीजन बढ़ा दिया गया है। राज्य में अगले साल भी अच्छी बारिश होने का अनुमान है, इसलिए अगले साल भी गन्ने का बंपर उत्पादन होने की संभावना है। इसलिए इस वर्ष गन्ने की कटाई की योजना सीजन शुरू होने से पहले ही बना लेनी चाहिए।
महाराष्ट्र ने गन्ना भुगतान के मामलें में भी बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है। अब तक 95 प्रतिशत से ज्यादा भुगतान किया जा चूका है जो की उत्तर प्रदेश और अन्य राज्य के मुकाबले बेहतरीन है।