पुणे : चीनी आयुक्तालय की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, पिछले सप्ताह समाप्त हुए चालू सीजन के दौरान 1318.61 एलएमटी की पेराई की गई। सीजन के दौरान गन्ने के एफआरपी (उचित और लाभकारी मूल्य) का 95.77% भुगतान किया गया है। देय कुल एफआरपी राशि 31051.17 करोड़ थी। चीनी आयुक्तालय ने एफआरपी का भुगतान करने में विफल चार चीनी मिलों को राजस्व वसूली प्रमाणपत्र (आरआरसी) जारी किया है। इन चार मिलों मे से सोलापुर में एक, पुणे में एक और बीड में दो मिलें है।
राज्य में 200 चीनी मिलों में से 69 मिलों ने 100 प्रतिशत एफआरपी का भुगतान किया है, 102 मिलों ने 80 से 99 प्रतिशत एफआरपी का भुगतान किया है, 22 मिलों ने 60 से 79.99 प्रतिशत एफआरपी का भुगतान किया है जबकि 7 मिलों ने 0 से 59% एफआरपी का भुगतान किया है। अब राज्य में कुल गन्ना बकाया 1315.10 करोड़ है। गन्ना (नियंत्रण) आदेश 1966 के अनुसार, यदि कोई चीनी मिल मालिक 14 दिनों के भीतर खरीदे गए गन्ने का भुगतान करने में विफल रहता है, तो वह इस अवधि के लिए 15 प्रतिशत प्रति वर्ष की दर से देय राशि पर ब्याज का भुगतान करना होगा।