नई दिल्ली : पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस और शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि, कच्चे तेल की कीमतों में हालिया गिरावट मंदी की आशंकाओं के कारण हुई है और अगर पश्चिमी अर्थव्यवस्थाएं प्रतिकूल परिस्थितियों से गुजरती रहीं तो कीमतों में और कमी आ सकती है। उन्होंने कहा कि, 120 डॉलर प्रति बैरल पर कच्चे तेल की कीमत वैसे भी विश्व अर्थव्यवस्थाओं के लिए बहुत ज्यादा थी। संभावित वैश्विक मंदी की आशंका से बुधवार को 25 अप्रैल के बाद पहली बार ब्रेंट फ्यूचर्स 100 डॉलर प्रति बैरल से नीचे गिर गया। गुरुवार शाम 6 बजे यह करीब 101.53 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था।
उन्होंने कहा, तेल की कम कीमतों का मतलब भारत के लिए कम आयात बिल होगा, जो अपनी वार्षिक जरूरत का लगभग 85% आयात करता है। यह देश के चालू खाते के घाटे पर दबाव को भी कम करेगा और राजकोषीय पर लाभकारी प्रभाव पड़ेगा।