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उत्तर प्रदेश के गन्ना किसानों पर दौहारी मार पड़ रही है, एक तो चीनी मिलें समय पर भुगतान नहीं कर रही है, दूसरा गन्ना खेतों में अभी भी खड़ा हुआ है लेकिन चीनी मिलें पेराई बंद करने लगी हैं। चालू गन्ना पेराई सीजन 2017-18 में राज्य की चीनी मिलों पर गन्ना किसानों का बकाया बढ़कर 8,975.20 करोड़ रुपये हो गया है जबकि राज्य की 11 चीनी मिलों ने पेराई बंद कर दी है। इससे किसानोें को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है।
पहली अक्टूबर 2017 से शुरू हुए चालू पेराई सीजन में 13 अप्रैल तक राज्य की चीनी मिलों ने किसानों से 30,439.46 करोड़ रुपये का गन्ना खरीदा है जिसमें से भुगतान केवल 19,021.33 करोड़ रुपये का ही किया है। अत: चीनी मिलों पर कुल बकाया राशि 27,996.53 करोड़ रुपये है। तय समय 14 दिन के अंदर चीनी मिलों को किसानों को भुगतान करना होता है अत: 14 दिन के आधार पर चीनी मिलों पर बकाया की रकम 8,975.20 करोड़ रुपये बैठती है।
चालू पेराई सीजन में राज्य में 119 चीनी मिलों ने पेराई आरंभ की थी, इनमें से 13 अप्रैल तक 11 चीनी मिलों ने पेराई बंद कर दी है जबकि कुछेक क्षेत्रों में गन्ना अभी भी खेतों में खड़ा हुआ है।
उत्तर प्रदेश में चालू पेराई सीजन में 13 अप्रैल तक चीनी का उत्पादन बढ़कर 103.69 लाख टन का हो चुका है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 84.24 लाख टन का ही उत्पादन हुआ था। पिछले पेराई सीजन में जहां गन्ने में रिकवरी की औसत दर केवल 10.58 की आई थी, जबकि चालू पेराई सीजन में रिकवरी की दर औसतन 10.83 फीसदी की आई है।