नई दिल्ली : इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (ISMA) ने केंद्र सरकार से आग्रह किया है कि, एथेनॉल समिश्रण में चरणबद्ध तरीके से आगे बढ़ने के बजाय तुरंत 100 प्रतिशत एथेनॉल के अनुरूप वाहनों के निर्माण की अनुमति दे ताकि स्वच्छ ऊर्जा को जल्द से जल्द अपनाया जा सके, जिससे प्रदूषण कम हो और कच्चे तेल पर निर्भरता कम हो सके।
द हिन्दू बिजनेस लाइन में प्रकाशित खबर के मुताबिक, ब्राजील मॉडल का हवाला देते हुए, ISMA के अध्यक्ष आदित्य झुनझुनवाला ने कहा कि E20 वाहनों को लॉन्च करने के बजाय फ्लेक्स-फ्यूल वाहनों (FFVs) हाइब्रिड को तुरंत लॉन्च किया जाना चाहिए, क्योंकि FFVs 20 प्रतिशत से ऊपर किसी भी प्रतिशत मिश्रण के साथ भी चल सकते हैं। सरकार को लिखे एक पत्र में झुनझुनवाला ने कहा, E20-अनुपालन वाले वाहनों के निर्माण में लॉन्च की तारीख से पूरे देश को कवर करने में 8-10 साल लगेंगे।