नई दिल्ली: केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने निर्यात से संबंधित मुद्दों की समीक्षा के लिए निर्यात संवर्धन परिषदों और उद्योग संघों के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत की। निर्यात संवर्धन परिषदों (ईपीसी) और उद्योग प्रतिनिधियों से बात करते हुए, मंत्री गोयल ने कहा कि, गेंद हमारे पाले में है और हमें वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार रहना होगा। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार, उन्होंने कहा कि, सरकार वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के लिए भारतीय निर्यातकों का समर्थन करने के लिए विभिन्न उपायों के माध्यम से अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रही है।
मंत्री गोयल ने इस बात पर प्रकाश डाला कि, गति शक्ति के साथ साथ सरकार कनेक्टिविटी और लॉजिस्टिक्स में सुधार कर रही है। सरकार महत्वपूर्ण व्यापार भागीदारों के साथ और अधिक एफटीए पर हस्ताक्षर करने के लिए भी बातचीत कर रही है। उन्होंने कहा कि, इसका अंतरराष्ट्रीय बाजारों में समान अवसर प्रदान करने में सीधा प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि, वैश्विक व्यापार के मामले में भारत की वास्तविक क्षमता हासिल करने के लिए हर किसी को कड़ी मेहनत करनी होगी।
गोयल ने बताया कि, वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान भारत का माल निर्यात 422 अरब डॉलर के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया और अब तक का कुल निर्यात 667 अरब डॉलर हो गया है।पिछले वर्ष की तुलना में 34.5 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है। यह कहते हुए कि सरकार अपनी अंतरराष्ट्रीय भागीदारी बढ़ा रही है, मंत्री गोयल ने मुक्त व्यापार समझौतों (एफटीए) के महत्व को रेखांकित किया। इस संदर्भ में उन्होंने उद्योग के प्रतिनिधियों से एफटीए का अध्ययन करने और प्रतिस्पर्धात्मक लाभ वाले क्षेत्रों की पहचान करने का आग्रह किया।बैठक के दौरान नेशनल सिंगल विंडो सिस्टम पर प्रेजेंटेशन दिया गया। यह योजना व्यापार करने में आसानी के लिए वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा चलाई जा रही है। पिछले साल इसकी स्थापना के बाद से अब तक इसके तहत लगभग 10,000 स्वीकृतियां दी जा चुकी हैं।