बेंगलुरू: कर्नाटक सरकार ने एथेनॉल का उत्पादन बढ़ाने का लक्ष्य रखा है, और इस कदम में लगातार काम कर रहा है। देश में गन्ना उगाने वाले राज्यों में कर्नाटक तीसरे स्थान पर है, और राज्य एक नई एथेनॉल नीति लेकर आ रहा है जो गन्ना उत्पादकों के लिए बड़ा लाभ प्रदान करेगी। एथेनॉल का उपयोग कीटाणुनाशक, सैनिटाइजर, चिकित्सा और जैव-संपीड़ित प्राकृतिक गैस बनाने के लिए भी किया जा सकता है।
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित खबर के मुताबिक, उद्योग मित्र के प्रबंध निदेशक बसावराजू ने कहा कि, केंद्र सरकार द्वारा पेट्रोल और डीजल के साथ एथेनॉल के 20 प्रतिशत मिश्रण पर जोर देने के बाद एथेनॉल की मांग में वृद्धि हुई है। कर्नाटक सरकार एथेनॉल उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए, सब्सिडी सहित सभी सुविधाएं प्रदान कर रही है। एथेनॉल प्लांट लगाने के इच्छुक लोगों को भी बैंकों से आसानी से कर्ज मिल सकता है। इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन और भारत पेट्रोलियम सहित तेल आपूर्ति कंपनियां अपने उत्पादों के साथ एथेनॉल मिश्रण करने के लिए आगे आई हैं। बसावराजू ने कहा कि, हम उत्पादन बढ़ाने के लिए कमर कस रहे हैं।