केप टाउन : खाद्य कीमतों में उछाल के बीच अब साउथ अफ्रीका के उपभोक्ताओं को चीनी की ऊंची कीमतों का भी सामना करना पड़ सकता है। साउथ अफ्रीका शुगर एसोसिएशन (Sasa) ने गन्ने की कीमत तय करने के मकसद से रिफाइंड और ब्राउन शुगर के दाम बढ़ाने का नोटिस जारी किया है। चीनी कीमतों में बढ़ोतरी 31 अगस्त से प्रभावी होगी। Sasa ने पिछले महीने उद्योग के खिलाड़ियों को भेजे गए एक नोटिस में कहा है की, यह मूल्य बढ़ोतरी गन्ने की बढती लागत, परिवहन, वितरण, ऊर्जा और अन्य परिवर्तनीय लागतों में वृद्धि के कारण आवश्यक है। 31 अगस्त से चीनी की कीमतों में औसतन 4.5 प्रतिशत की वृद्धि होगी, हालाँकि, यह मूल्य वृद्धि उत्पाद और पैक के आकार के अनुसार भिन्न हो सकती है।
इस बीच, शुगर मास्टर प्लान के तीन साल के समझौते के दो साल बाद प्रमुख चीनी खिलाड़ी टोंगोट ह्यूलेट, इलोवो और आरसीएल ने घोषणा की कि, पिछले महीने ग्राहकों को भेजी गई एक अधिसूचना में अगस्त के अंत में उनके उत्पादन की कीमत 4.5 और 5.5 प्रतिशत के बीच बढ़ जाएंगी। शुगर इंपोर्टर्स एसोसिएशन ऑफ साउथ अफ्रीका के चेयरपर्सन क्रिस एंगेलब्रेच ने कहा, इससे खुदरा कीमतों में 7 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी होगी।