नई दिल्ली: केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि, भारत ने वैश्विक ऊर्जा संकट का सामना करने में बहुत लचीलापन दिखाया है। सरकार ने वैश्विक कच्चे तेल और गैस की कीमतों में उतार-चढ़ाव को कम करने के लिए कई उपाय किए हैं। मंत्री पुरी ने कहा, भारत में ईंधन की कीमतों में वृद्धि विकसित देशों की तुलना में कम है। पुरी ने कहा, अधिकांश विकसित देशों ने 21 जुलाई से 22 अगस्त के दौरान गैसोलीन की कीमतों में लगभग 40 प्रतिशत की महत्वपूर्ण मुद्रास्फीति वृद्धि देखी है। जबकि भारत में पेट्रोल की कीमत में 2.12 फीसदी की कमी आई है। उन्होंने कहा कि, 21 जुलाई से 22 अगस्त के दौरान सभी प्रमुख व्यापारिक केंद्रों की गैस की कीमतों में भारी वृद्धि देखी गई है। पुरी ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में सरकार ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता बढ़ाने के लिए विभिन्न पहल कर रही है।पुरी ने जोर देकर कहा की, मई 2022 में पेट्रोल में एथेनॉल के 10 प्रतिशत सम्मिश्रण की उपलब्धि, ऊर्जा परिवर्तन के प्रति सरकार के संकल्प का प्रतीक है।
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय (एमओपीएनजी) ने शुक्रवार को डीएसएफ बोली राउंड-III के तहत 31 डिस्कवर्ड स्मॉल फील्ड्स (डीएसएफ) ब्लॉक और सीबीएम बिड राउंड वी के तहत चार सीबीएम ब्लॉकों के लिए अनुबंध पर हस्ताक्षर किए। केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी उस कार्यक्रम में उपस्थित थे, जिसमें उन्होंने बेंगलुरु में 6-8 फरवरी 2023 तक होने वाले इंडिया एनर्जी वीक 2023 के लोगो का भी अनावरण किया। उन्होंने कहा कि, भारतीय उपभोक्ताओं को सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन, रीगैसिफिकेशन क्षमता बढ़ाने, पाइपलाइन नेटवर्क का विस्तार करने और सीएनजी स्टेशनों की स्थापना के माध्यम से गैस-आधारित अर्थव्यवस्था की ओर भारत ठोस कदम उठा रहा है।