निजामाबाद: चीनी मिलों के पुनरुद्धार के लिए लंबी लड़ाई लड़ रहे निजामाबाद के गन्ना किसान अब अपनी मांग को जिले में चुनावी मुद्दा बनाने पर जोर दे रहे हैं।निजामाबाद जिला गन्ना फसल के लिए जाना जाता था। हालांकि, जिले की दो ऐतिहासिक चीनी मिलें – बोधन स्थित निजाम शुगर फैक्ट्री उर्फ निजाम डेक्कन शुगर्स लिमिटेड (NDSL) और सारंगापुर स्थित निजामाबाद को-ऑपरेटिव शुगर फैक्ट्री (NCSF) को विभिन्न कारणों से 2008 में बंद कर दिया गया था। बार-बार आश्वासन के बावजूद राज्य सरकारें उन्हें फिर से नहीं शुरू कर पाई हैं। जिसके कारण किसानों में नारजगी है।
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित खबर के मुताबिक, 2019 के आम चुनावों के दौरान, निजामाबाद के सांसद धर्मपुरी अरविंद ने इस मुद्दे को उठाया। एनसीएसएफ के हितधारकों और गन्ना किसानों ने हाल ही में चीनी मिलों को फिर से शुरू पर चर्चा करने के लिए एक बैठक की। इस बैठक में पूर्व मंत्री मांडव वेंकटेश्वर राव ने हिस्सा लिया और उन्हें समर्थन दिया।