अगस्त-सितंबर की अवधि के दौरान, विभिन्न कृषि उत्पाद विपणन समिति (एपीएमसी) यार्डों में भारत में गेहूं की आवक 12 साल के उच्च स्तर पर पहुंच गई।
बिजनेसलाइन में प्रकाशित समाचार रिपोर्ट के अनुसार, यह पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 1.44 मीट्रिक टन के मुकाबले 57 प्रतिशत बढ़कर 2.27 मिलियन टन (एमटी) हो गया।
गौरतलब है कि हाल ही में सरकार ने कहा था कि देश में पर्याप्त खाद्यान्न भंडार उपलब्ध है और गेहूं, आटा और चावल की कीमतें नियंत्रण में हैं। मंत्रालय ने कहा कि गेहूं और चावल की खुदरा और थोक कीमतों में गिरावट दर्ज की गई और आटे की कीमतें स्थिर रहीं। सरकार ने कहा कि उसने कीमतों में और वृद्धि से बचने के लिए सक्रिय कदम उठाए हैं और गेहूं और चावल के मामले में निर्यात नियम लागू किए गए हैं।