लखनऊ: उत्तर प्रदेश में चीनी मिलों द्वारा आगामी पेराई सीजन की तैयारियां चल रही है, और किसान भी गन्ना कटाई की तैयारी में जुटे है। मिलों में मरम्मत और रखरखाव का कार्य अंतिम चरण में पहुंच चुका है, लेकिन ऐसे समय में प्रदेश में बारिश ने दस्तक दी है। इस बारिश का सीधा असर पेराई सीजन शुरू करने पर दिखाई दे सकता है। पेराई में देरी से सबसे ज्यादा नुकसान किसानों को भुगतान पड़ने की संभावना है। बारिश ने धान, मक्का और आलू की फसल को भी काफी नुकसान पहुंचाया है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के आंकड़ों के अनुसार, उत्तर प्रदेश के 75 में से 67 जिलों में पिछले सप्ताह अधिक बारिश दर्ज की गई। बारिश को लेकर राज्य सरकार भी सतर्क हो गई है, और किसानों के नुकसान का आकलन करने के निर्देश दिए गये है। उत्तर प्रदेश में 30 सितंबर तक लगभग 30% कम बारिश दर्ज की गई। पहले बारिश की कमी ने खरीफ फसलों को प्रभावित किया और अब भारी बारिश किसानों के नुकसान का कारण बनी है।