लखनऊ: उत्तर प्रदेश में आगामी पेराई सीजन की तैयारियों पर बारिश ने पानी फेर दिया है। खेतों में जलभराव से गन्ना किसान भी काफी चिंतित है, क्योंकि भारी बारिश के कारण उपज और रिकवरी दर में गिरावट होने की आशंका जताई जा रही है। भारी बारिश ने प्रदेश के कई ज़िलों में गन्ना फसल को काफी प्रभावित किया है, जिससे खेत में जलभराव हो गया है। हालांकि, बारिश पूरी तरह से बंद होने के बाद ही नुकसान का आकलन किया जा सकता है। उद्योग के अधिकारी के अनुसार, इस वर्ष राज्य में गन्ने का उत्पादन 176.71 मिलियन टन होने का अनुमान है, जो पिछले वर्ष के 177.43 मिलियन टन उत्पादन से थोड़ा कम है। कृषि क्षेत्र के जानकारों ने कहा है की, बारिश का उपज पर प्रतिकूल प्रभाव रिकवरी की तुलना में कम होने की संभावना है, लेकिन इस समय फसल के लिए जलभराव अच्छा नहीं है।
उत्तर प्रदेश में चीनी उत्पादन पर बारिश का कितना असर होगा यह अभी साफ़ नहीं हो पाया है लेकिन जानकारों की माने तो उत्पादन पर असर दिख सकता है।
द हिन्दू बिजनेस लाइन में प्रकाशित खबर के मुताबिक, एक औद्योगिक अधिकारी ने कहा, ‘मौजूदा सीजन में राज्य में चीनी का उत्पादन 12.05 मिलियन टन (एमटी) होने का अनुमान था, जिसमें एथेनॉल बनाने के लिए मात्रा भी शामिल है, लेकिन हाल की बारिश ने स्थिति बदल दी है और हालांकि इसमें गिरावट होगी। अभी अनुमान लगाना जल्दबाजी होगी क्योंकि बारिश अभी भी जारी है।”