लखनऊ : उत्तर प्रदेश में चीनी सीजन 2022-23 शुरू करने की तैयारियां चल रही है। गन्ना एवं चीनी विभाग द्वारा पिछले सीजन के बकाया भुगतान का निपटान, मिलों का मरम्मत का कार्य और पेराई की तैयारियों का जायजा लिया जा रहा है। दूसरी ओर चीनी मिलों द्वारा गन्ना क्रय केंद्रों का आवंटन हो रहा है। पेराई सीजन के दौरान किसानों को कोई भी परेशानी न हो और उन पर किसी भी प्रकार का अन्याय न हो इसलिए गन्ना एवं चीनी विभाग की ओर से टोल फ्री नंबर जारी किया गया है। इस नंबर 18001213203 पर किसान अपनी समस्या को लेकर शिकायत कर सकते है। गन्ना आयुक्त कार्यालय लखनऊ में इसे लेकर कंट्रोल रूम भी बनाया गया है, जिसमें प्रदेशभर के किसान अपनी शिकायत कर सकेंगे। इस टोल फ्री नंबर का मुख्य उद्देश्य किसानों के हितों की रक्षा करना है।
आपको बता दे की, गन्ना एवं चीनी विभाग की ओर से 2022-23 पेराई सत्र को लेकर गन्ने के सट्टे एवं आपूर्ति नीति जारी कर दी गई है। इस नीति में भूमि क्रय-विक्रय के प्रकरणों में बेसिक कोटा हस्तांतरण, ड्रिप विधि से सिंचाई करने वाले किसानों को सट्टे में प्राथमिकता, सैनिकों, अर्द्धसैनिक बलों, भूतपूर्व सैनिकों व स्वतंत्रता सेनानियों व उनके उत्तराधिकारियों को प्राथमिकता दी गई है। आपूर्ति नीति में प्रति कृषक एक हेक्टेयर के लिए अधिकतम 850 क्विंटल , लघु कृषक दो हेक्टेयर के लिए 1700 क्विंटल , सामान्य कृषक 5 हेक्टेयर के लिए 4250 क्विंटल व उपज बढ़ोत्तरी की दशा में सट्टे की अधिकतम सीमा सीमांत के लिए 1350 क्विंटल , लघु के लिए 2700 व सामान्य के लिए 6,750 क्विंटल निर्धारित की गई है।