आज इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (ISMA) की मीटिंग हुई। बैठक में रकबे में वृद्धि और गन्ना उत्पादन में अपेक्षित वृद्धि पर चर्चा की गई, जिसमें देश भर के चीनी उत्पादक राज्यों के प्रतिनिधि उपस्थित थे। बैठक के दौरान गन्ना क्षेत्र की छवियों, अपेक्षित उपज, चीनी रिकवरी, निकासी प्रतिशत, पिछले और चालू वर्ष की बारिश का प्रभाव, जलाशयों में पानी की उपलब्धता, साउथ वेस्ट मानसून 2022 के दौरान बारिश और अन्य संबंधित पहलुओं के बारे में विस्तार से चर्चा की गई। और साथ ही 2022-23 सीजन के लिए पहला अग्रिम अनुमान जारी किया गया।
चीनी उत्पादन का अनुमान आप निचे दिए गए टेबल में देख सकते है:
उपरोक्त टेबल में देखा जा सकता है, बिना एथेनॉल डाइवर्ट किये 2022-23 सीजन में शुद्ध चीनी उत्पादन 2021-22 सीजन में उत्पादित 392 लाख टन के मुकाबले लगभग 410 लाख टन, यानी लगभग 5 प्रतिशत अधिक होने का अनुमान है।
सीजन 2022-23 के दौरान, चूंकि 12 प्रतिशत सम्मिश्रण का लक्ष्य प्राप्त होने की उम्मीद है, कुल मिलाकर लगभग 545 करोड़ लीटर एथेनॉल की आवश्यकता होगी और आपूर्ति की जाएगी।
भारतीय चीनी उद्योग राष्ट्र निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है और 2022-23 सीज़न के लिए सरकार द्वारा निर्धारित एथेनॉल मिश्रण लक्ष्य को प्राप्त करने का प्रयास कर रहा है और इसलिए चालू सीजन में, एथेनॉल के उत्पादन के लिए चीनी का डायवर्जन 45 लाख टन से अधिक होने का अनुमान है। इसलिए, गन्ने के रस/सिरप और बी-हैवी को एथेनॉल में बदलने के कारण चीनी उत्पादन में 45 लाख टन की कमी को ध्यान में रखते हुए, ISMA ने 2022-23 सीजन में लगभग 365 लाख टन चीनी उत्पादन होने का अनुमान लगाया है।