गन्ना मूल्य को लेकर किसान संगठन हुए एकजुट

सोलापुर : सोलापुर जिले की सहकारी और निजी चीनी मिलें अपने हितों को ध्यान में रखकर गन्ने की कीमत तय करती है। गन्ना के मुद्दे पर मिलों के अध्यक्ष अपने राजनीतिक दलों, समूहों और संगठनों को भूलकर एक हो जाते हैं, तो विभिन्न किसान संगठन इन मुद्दों पर एकजुट क्यों नहीं हो सकते ? इसी भावना के साथ जिले में स्वाभिमानी, बलिराजा, जनहित सहित विभिन्न किसान संगठन एक साथ आये है और गन्ना संघर्ष समिति (उसदर संघर्ष समिति) का गठन किया गया है। यह सभी किसान संगठन संयुक्त रूप से 23 अक्टूबर को पंढरपुर में गन्ना सम्मेलन करने जा रहे हैं और गन्ना सम्मेलन में अपेक्षित गन्ना मूल्य की मांग करेंगे। यह गन्ना सम्मेलन पंढरपुर के शिवाजी चौक पर होगा।

स्वाभिमानी शेतकरी संगठन तालुका के अध्यक्ष सचिन पाटिल, भाजपा किसान मोर्चा के उपाध्यक्ष मौली हलनवर, बलीराजा किसान संघ पश्चिम महाराष्ट्र के प्रमुख दीपक भोंसले, जिलाध्यक्ष सुहास पाटिल, सुभाष मस्के ने मिलकर इसकी घोषणा की। इस संबंध में हलनवर ने कहा कि, किसानों के लिए गन्ने का मूल्य तय करते समय मिलों के मालिक मिल कर बिना किसी प्रतिस्पर्धा के गन्ने की कीमत तय करते है, इसलिए हम भी साथ आए है। अब हम जो गन्ना मूल्य चाहते हैं, वो लेकर रहेंगें। स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के सचिन पाटिल ने कहा कि, किसानों के हित के लिए सभी संगठन एकजुट हुए है।बलीराजा किसान संघ के दीपक भोसले ने कहा, अब हमने गन्ना दर संघर्ष समिति का गठन किया है। इस समिति के माध्यम से गन्ने की फसल की बढ़ी हुई उत्पादन लागत, मिलों द्वारा किसान का शोषण, रिकवरी की चोरी, भुगतान में देरी आदि मुद्दों पर चर्चा होगी। सम्मलेन में इस सीजन में पहली किस्त कितनी होनी चाहिए, इस पर फैसला लिया जाएगा।

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