बेंगलुरु: कर्नाटक राज्य बायोएनेर्जी डेवलपमेंट बोर्ड (KSBDB) के अधिकारी पेट्रोल में एथेनॉल का प्रतिशत बढ़ाने के लिए तेल निर्माण कंपनियों (OMCs) के साथ काम कर रहे हैं ताकि राज्य में बड़ी मात्रा में उत्पादित एथेनॉल का पूरी तरह से उपयोग किया जा सके। वर्तमान में पेट्रोल में प्रति लीटर 10 प्रतिशत एथेनॉल मिलाया जाता है, लेकिन कर्नाटक राज्य ने केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्य को पार करने और 85 प्रतिशत तक एथेनॉल मिलाने का लक्ष्य रखा हैं।
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित खबर के मुताबिक, वर्तमान में कर्नाटक की एक निजी कंपनी 85 प्रतिशत एथेनॉल मिश्रण पर परीक्षण कर रही है, जैसा कि नागपुर (महाराष्ट्र) में बसों में किया जा रहा है। कर्नाटक में भी ऐसा ही किया जा सकता है। वाहनों से होने वाले उत्सर्जन के मुद्दे को हल करने के लिए यह सबसे अच्छा समाधान है। धीरे-धीरे सम्मिश्रण मात्रा बढ़ाने से इंजन प्रभावित नहीं होंगे।
केंद्र सरकार के निर्देशों के अनुसार, 2025 तक वाहनों में एथेनॉल मिश्रण 25 प्रतिशत तक बढ़ाने ला लक्ष्य रखा है, लेकिन कर्नाटक सरकार इससे भी उच्च लक्ष्य निर्धारित करने के लिए OMCs के साथ बातचीत कर रही है।