बुलंदशहर, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश में गन्ने की सूखी पत्ती जलाने के खिलाफ सरकार द्वारा सख्त कदम उठाये जा रहे है। लेकिन सरकार द्वारा सख्ती के बावजूद कई किसान कृषि अवशेषों को जला रहे है। इस मामले में गन्ना विभाग ने जिले के दो किसानों के सट्टा निरस्त कर दिए हैं। इस कार्रवाई के कारण अब यह किसान चीनी मिलों पर गन्ना नहीं बेच सकेंगे।
आपको बता दे, विभाग की ओर से फसल अवशेष जलाने पर सट्टा बंद करने की चेतावनी पहले ही जारी कर दी गई थी।
लाइव हिंदुस्तान में प्रकाशित खबर के अनुसार, जिला गन्ना अधिकारी बृजेश पटेल ने बताया कि, खेतों में पराली और कृषि अवशेषों को जलाने पर रोक लगाई गई है। किसानों को जागरूक किया जा रहा है। कृषि विभाग ने गत दिनों दो ऐसे किसानों के बारे में बताया था, जिन्होंने गन्ने की सूखी पत्ती को खेत में जलाया था और इससे प्रदूषण भी हुआ था। मामले में कार्रवाई करते हुए अब किसानों का गन्ना सट्टा निरस्त कर दिया है।