पुणे / कोल्हापुर : स्वाभिमानी शेतकरी संगठन द्वारा दो दिन के बंद के आह्वान के मद्देनजर गुरुवार को महाराष्ट्र के कई ज़िलों में गन्ने की कटाई रोक दी गई थी। पूर्व सांसद और किसान नेता राजू शेट्टी ने दावा किया कि, सांगली, कोल्हापुर और सोलापुर जिलों की लगभग सभी मिलों ने उनके आह्वान का समर्थन किया। स्वाभिमानी संगठन ने एक किश्त में भुगतान समेत कई मांग की है।
शेट्टी ने कहा, यह पहली बार है जब किसानों ने भी एथेनॉल की कीमत का मुद्दा उठाया है, जो आमतौर पर मिलों द्वारा ही उठाया जा रहा है। उन्होंने दावा किया की, हमें उम्मीद है कि सरकार हमारी मांगों को मानेगी।
स्वाभिमानी के बंद के आह्वान के पहले दिन सांगली जिले की कुछ मिलों और सांगली के वालवा तालुका में राजारामबापू पाटिल सहकारी चीनी मिल को गन्ने की ढुलाई रोक दी। इस महीने की शुरुआत में, शेट्टी ने पुणे में चीनी आयुक्त के कार्यालय में गन्ना उत्पादकों की एक विशाल रैली का नेतृत्व किया था। एफआरपी का एकमुश्त भुगतान, चीनी के न्यूनतम बिक्री मूल्य (एमएसपी) में वृद्धि, और एथेनॉल की कीमत में वृद्धि जैसी कुछ मांगे संगठन ने आयुक्त के समक्ष रखी हैं। इसके बाद, शेट्टी ने घोषणा की थी कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं की जाती हैं तो वे मिलों को संचालन बंद करने के लिए मजबूर होंगे, जिसके परिणामस्वरूप 17 और 18 नवंबर को कटाई स्थगित करने का आह्वान किया जाएगा। तदनुसार, स्वाभिमानी संगठन ने कटाई बंद आंदोलन किया।