मैसूर : गन्ने के FRP/गन्ना मूल्य (उचित और पारिश्रमिक मूल्य) में बढ़ोतरी की मांग को लेकर किसान 22 नवंबर से बेंगलुरु में मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के आवास के सामने अनिश्चितकालीन आंदोलन करेंगे। राज्य गन्ना उत्पादक संघ के अध्यक्ष कुरबुर शांता कुमार ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि, गन्ना उत्पादकों की समस्याओं को दूर करने के लिए अधिकारियों से आग्रह करने के लिए पहले कई प्रदर्शन किए गए थे, जिसके बाद मुख्यमंत्री बोम्मई ने समस्याओं को दूर करने का आश्वासन दिया था। यहां तक कि चीनी मंत्री ने भी 20 नवंबर तक किसानों को FRP पर ‘मीठी खबर’ देने का वादा किया था। लेकिन तब से, FRP वृद्धि पर कोई घोषणा के बिना कुछ भी ठोस नहीं हुआ है, ऐसे में गन्ना किसानों के पास मुख्यमंत्री आवास के सामने धरना देने के अलावा कोई चारा नहीं है।
गन्ने के प्रति टन 3,500 रुपये की न्यूनतम FRP की मांग करते हुए शांता कुमार ने यह भी कहा कि, गन्ने की कटाई में लंबे समय तक देरी के कारण किसानों को कम उपज और नुकसान हुआ है। चीनी मिलों से सरकारी दिशा-निर्देशों के अनुसार गन्ना परिवहन लागत में कटौती करने का आग्रह करते हुए, वह चाहते थे कि सरकार चीनी मिलों को गन्ना पेराई और किसान भुगतान पर अपने (सरकार) दिशानिर्देशों को लागू करने के लिए कहे।प्रेस वार्ता में एसोसिएशन के पदाधिकारी पी. सोमशेखर, बरदनपुरा नागराज, वेंकटेश और महादेव स्वामी उपस्थित थे।