नई दिल्ली : कृषि मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, 2022-23 फसल वर्ष (जुलाई-जून) के चालू रबी सीजन में अब तक गेहूं की बुआई का रकबा 1.40 फीसदी बढ़कर 337.18 लाख हेक्टेयर हो गया है। गेहूँ की बुवाई अक्टूबर में शुरू हुई थी और कटाई मार्च/अप्रैल से शुरू होगी।किसानों ने एक साल पहले की अवधि में 332.52 लाख हेक्टेयर (हेक्टेयर) क्षेत्र में गेहूं की बुवाई की थी।
देश में गेहूं की बुवाई कुछ इस प्रकार है… उत्तर प्रदेश (2.92 लाख हेक्टेयर), राजस्थान (2.52 लाख हेक्टेयर), महाराष्ट्र (1.01 लाख हेक्टेयर), बिहार (0.81 लाख हेक्टेयर), छत्तीसगढ़ (0.65 लाख हेक्टेयर), गुजरात (0.54 लाख हेक्टेयर), पश्चिम बंगाल (0.09 लाख हेक्टेयर), जम्मू और कश्मीर (0.07 लाख हेक्टेयर) और असम (0.03 लाख हेक्टेयर)।आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, यदि अनाज भरने के चरण के दौरान मौसम की स्थिति अच्छी रहती है, तो इस साल गेहूं उत्पादन का 112 मिलियन टन का नया रिकॉर्ड होगा।
पिछले साल प्रमुख उत्पादक राज्यों में लू के कारण गेहूं का उत्पादन घटकर 106.84 मिलियन टन रह गया था। उससे पहले 2020-21 के फसल वर्ष में देश ने रिकॉर्ड 109.59 करोड़ टन गेहूं उत्पादन हासिल किया था।आंकड़ों के अनुसार, चालू रबी सीजन में 13 जनवरी तक 6.60 लाख हेक्टेयर अधिक क्षेत्र में 26.22 लाख हेक्टेयर में धान उगाया गया है। इससे देश के कुछ हिस्सों में बेमौसम बारिश और सूखे के कारण इस साल के खरीफ (सर्दियों) सीजन में हुए नुकसान की भरपाई होने की संभावना है।