लखनऊ: गन्ना बकाया भुगतान, जबरन भूमि अधिग्रहण और आवारा पशुओं की समस्या के विरोध में किसान 28 जनवरी से मुजफ्फरनगर जिले के राजकीय इंटर कॉलेज में अनिश्चितकालीन धरना देने जा रहे हैं।
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने न्यूज़क्लिक को बताया कि, जब तक सरकार द्वारा उनकी मांगों को स्वीकार नहीं किया जाता, तब तक विरोध जारी रहेगा। टिकैत ने किसानों से शनिवार को इंटर कॉलेज में बड़ी संख्या में इकट्ठा होने का आग्रह किया। उन्होंने उन्हें अपने ट्रैक्टरों को गद्दे के साथ लाने के लिए भी कहा ताकि वे ठंड के बीच वहीं सो सकें।
किसान नेताओं ने यह मुद्दा भी उठाया कि मौजूदा गन्ना पेराई सीजन 2022-23 आधे रास्ते के करीब है, उत्तर प्रदेश सरकार ने अभी तक गन्ने के लिए राज्य सलाहकार मूल्य (एसएपी) की घोषणा नहीं की है। चीनी मिलें पिछले गन्ना पेराई सत्र 2021-22 के लिए निर्धारित एसएपी के अनुसार गन्ना किसानों को भुगतान कर रही हैं।
वर्तमान सरकार गाय उपकर के नाम पर भारी धनराशि एकत्र कर रही है, लेकिन आवारा पशुओं द्वारा फसलों को बर्बाद करने और पके खेतों पर चरने के महत्वपूर्ण मुद्दे को हल करने के लिए कोई सार्थक प्रयास नहीं किए गए हैं। उन्होंने कहा, इस अनिश्चितकालीन विरोध में गन्ने का बकाया भुगतान, बिजली की कीमत, आवारा पशुओं की समस्या और भूमि अधिग्रहण सहित कई मुद्दे उठाए जाएंगे।