मंड्या : जिले के गन्ना किसानों की ख़ुशी जादा दिन टिक नहीं पाई, क्योंकि लंबी लड़ाई के बाद अपना परिचालन शुरू करने के हफ्तों बाद, मंड्या में मायशुगर मिल ने काम बंद कर दिया है।
द टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित खबर के मुताबिक, आपको बता दे की, चीनी मिल ने पिछले पांच महीनों में 1 लाख टन गन्ने की पेराई की लेकिन अचानक परिचालन बंद करने से किसानों में खलबली मच गई है। मिल की क्षमता प्रतिदिन तीन हजार टन गन्ने की पेराई करने की है, लेकिन तकनीकी दिक्कतों के कारण गन्ने की पर्याप्त पेराई नहीं हो रही थी। 1 सितंबर 2022 को जब मिल दोबारा शुरू हुई तो 3 लाख टन गन्ने की पेराई का लक्ष्य रखा गया था।
हालांकि, मिल ने अपना संचालन समय पर शुरू नहीं किया। इसने गन्ना किसानों को अन्य मिलों को गन्ना आपूर्ति करने के लिए मजबूर किया। कर्नाटक राज्य किसान संघ के महासचिव एससी मधु चंदन ने कहा कि, बिना तैयारी के मिल शुरू की गई थी। उन्होंने कहा कि, मिल को फिर से चालू किया जाना चाहिए ताकि मिल पर निर्भर हजारों किसानों को राहत मिल जाए।