अम्बाला : जिले के गन्ना किसानों ने नारायणगढ़ शुगर मिल प्रा.लि. प्रा. लिमिटेड के सामने करीब 100 करोड़ रूपये बकाया भुगतान की मांग को लेकर भूख हड़ताल शुरू की। साथ ही किसानों ने चीनी मिल की भुगतान प्रणाली में पारदर्शिता की भी मांग की। हड़ताल शुरू करने वाले पांच किसानों में भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के शहीद भगत सिंह (एसबीएस) के उपाध्यक्ष विक्रम राणा, संयुक्त गन्ना किसान समिति के गुरविंदर सिंह जाटवाड़, एसकेएम इंकलाब मंच के धर्मवीर ढींडसा, युवा किसान रजत सिंह और गुरतेज राछेरी शामिल हैं। किसानों ने कहा कि, अगर प्रशासन ने उनकी मांगें नहीं मानी तो वे सख्त फैसले लेने के लिए मजबूर होंगे।प्रदर्शनकारी किसानों ने सरकार और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
उन्होंने कहा कि, नारायणगढ़ चीनी मिल पर 100 करोड़ रुपये से अधिक का गन्ना भुगतान बकाया है और प्रशासन, सरकार 14 दिनों के भीतर नियमों के अनुसार किसानों को भुगतान जारी करने में विफल रही। पिछले दिनों अपने विरोध प्रदर्शन के दौरान किसानों ने भूख हड़ताल शुरू करने और मोर्चा शुरू करने की चेतावनी दी थी। धर्मवीर ढींडसा ने कहा, ‘हरियाणा सरकार किसानों को धीरे-धीरे खत्म करना चाहती है। मिल फायदे में चल रही है, लेकिन किसानों का भुगतान जानबूझकर जारी नहीं किया जा रहा है। समय आ गया है कि नारायणगढ़ चीनी मिल के साथ चल रहे मुद्दों का स्थायी समाधान किया जाए।
विक्रम राणा ने कहा, मिल प्रशासन को तुरंत किसानों का भुगतान जारी करना चाहिए। बीकेयू एसबीएस के प्रवक्ता तेजवीर सिंह ने कहा, प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बातचीत का कोई फायदा नहीं हुआ और किसानों को भूख हड़ताल पर बैठना पड़ा। किसानों ने नारायणगढ़ सब-डिवीजन मजिस्ट्रेट (एसडीएम) सी जयशारदा के साथ भी बैठक की। बैठक के बाद सी जयशारदा ने कहा कि प्रशासन ने किसानों की सभी मांगें मान ली हैं। किसान आज (मंगलवार को) एक ज्ञापन सौंपेंगे, जिसे नारायणगढ़ प्रशासन द्वारा गन्ना आयुक्त, हरियाणा को भेजा जाएगा।