नई दिल्ली : तेल मंत्री एच एस पुरी ने राज्यसभा में एक सवाल के जवाब में कहा कि, तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) ने मार्च 2023 को समाप्त चालू वित्त वर्ष के पहले 11 महीनों में 6 करोड़ लीटर बायोडीजल की खरीद की है। इसके अलावा, ओएमसी ने एथेनॉल आपूर्ति वर्ष (ईएसवाई) 2021-22 (दिसंबर 2021 से नवंबर 2022) के दौरान पेट्रोल में 433.60 करोड़ लीटर एथेनॉल की खरीद और मिश्रण किया। मंत्री पूरी ने कहा, केंद्र सरकार के प्रयासों से पिछले आठ वर्षों में वार्षिक घरेलू एथेनॉल उत्पादन क्षमता 421 करोड़ लीटर से लगभग 1,037 करोड़ लीटर तक बढ़ गई है।
मंत्री पुरी ने बताया कि, जैव ईंधन (एथेनॉल, बायोडीजल, संपीड़ित बायोगैस (सीबीजी), टिकाऊ विमानन ईंधन) अक्षय संसाधनों से उत्पादित होते हैं और डीजल, पेट्रोल और अन्य जीवाश्म ईंधन के स्थान पर या मिश्रित होते है। पुरी ने कहा, 2018 में जैव ईंधन पर राष्ट्रीय नीति में संशोधन किए गए, जिससे जैव ईंधन के उत्पादन के लिए अधिक फीडस्टॉक्स की अनुमति मिली। 2030 से ESY 2025-26 तक पेट्रोल में इथेनॉल के 20 प्रतिशत सम्मिश्रण के लक्ष्य को आगे बढ़ाया, और जैव ईंधन के उत्पादन को बढ़ावा दिया। उन्होंने कहा कि सरकार के ठोस प्रयासों से भारत अब दुनिया में जैव ईंधन के अग्रणी उत्पादकों में से एक है।
तेल और गैस विपणन कंपनियों (ओजीएमसी) ने फरवरी 2023 तक कंप्रेस्ड बायोगैस (सीबीजी) की खरीद के लिए संभावित उद्यमियों को 4,128 आशय पत्र (एलओआई) जारी किए है। लगभग 250 टन प्रति दिन (TPD) की उत्पादन क्षमता के साथ किफायती परिवहन (SATAT) पहल को फरवरी 2023 तक चालू कर दिया गया है।पुरी ने कहा कि राष्ट्रीय हरित हाइड्रोजन मिशन का उद्देश्य भारत को हरित हाइड्रोजन और इसके डेरिवेटिव के उत्पादन, उपयोग और निर्यात के लिए वैश्विक केंद्र बनाना है।