ग्लोबल मिलेट्स (श्री अन्न) सम्मेलन में शामिल विभिन्न देशों के कृषि मंत्रियों के साथ केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर की कल द्विपक्षीय बैठकें हुई। साथ ही, संयुक्त राष्ट्र के विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। इस दौरान श्री तोमर ने भारत द्वारा अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष (आईवाईएम) के अंतर्गत, श्री अन्न को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित वैश्विक सम्मेलन का हिस्सा बनने के लिए इन मंत्रियों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष इसलिए मनाया जा रहा है ताकि भारतीय श्री अन्न, उनके व्यंजनों व मूल्यवर्धित उत्पादों को एक जनांदोलन के रूप में वैश्विक स्तर पर स्वीकारा जा सकें। उन्होंने विभिन्न देशों के साथ भारत के कृषि संबंधों को और मजबूत किए जाने की उम्मीद जताई।
केंद्रीय मंत्री श्री तोमर ने गयाना के कृषि मंत्री श्री जुल्फिकार मुस्तफा के साथ बैठक में वहां के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद इरफान अली व उपराष्ट्रपति श्री भरत जगदेव की भारत यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि कृषि दोनों देशों के बीच सहयोग का एक बहुत महत्वपूर्ण क्षेत्र है। उन्होंने भारत-गयाना के संबंधों में सतत प्रगति पर खुशी व्यक्त करते हुए कृषि व सम्बद्ध क्षेत्रों में ठोस सहयोग की आशा प्रकट की। श्री तोमर ने गयाना को कच्चे तेल की विशाल खोज के लिए बधाई देते हुए कहा कि इससे गयाना एक प्रमुख ऊर्जा निर्यातक के रूप में स्थापित हो सकेगा, जिसमें वहां के लोगों के जीवन को बदलने की क्षमता है। उन्होंने भारत व गयाना के बीच कृषि और कृषि-प्रसंस्करण उद्योग में सहयोग की अपार संभावनाएं भी जताते हुए कहा कि दोनों देश एक-दूसरे के पूरक हैं, क्योंकि गयाना में व्यापक कृषि-योग्य भूमि व पानी की उपलब्धता है और भारत के पास प्रौद्योगिकी, विशेषज्ञता एवं कुशल जनशक्ति है, जिससे दोनों देश लाभान्वित हो सकते हैं। भारत गयाना में कृषि व सम्बद्ध क्षेत्रों के विकास में अपनी विशेषज्ञता, अनुभव को साझा करने का इच्छुक है, जिसके लिए एक एमओयू को अंतिम रूप दिया जा रहा है। उन्होंने आश्वस्त किया कि गयाना शुगर कॉरपोरेशन प्रबंधन को सहयोग देने व गयाना में चीनी संपदाओं/संयंत्रों को पुनर्जीवित करने के लिए आईटीईसी में 3 साल के लिए भारत से 2 विशेषज्ञों की प्रतिनियुक्ति के गयाना के अनुरोध पर शीघ्र विचार किया जाएगा।