तमिलनाडु: गन्ने की नई किस्म की भारी मांग

कोयम्बटूर : भारतीय कृषि अनुसंधान (आईसीएआर) गन्ना प्रजनन संस्थान के साथ टाई-अप के माध्यम से तमिलनाडु कृषि विश्वविद्यालय (TNAU) द्वारा विकसित नई उच्च उपज वाली किस्म Co – 18009 (पुन्नागई) के लिए राज्य भर की सहकारी चीनी मिलों द्वारा 160 टन गन्ने के बीज की मांग दर्ज की गई है।

एथेनॉल नीति के कारण, चीनी मिलें धीरे-धीरे संकट से बाहर आ रही हैं, और गन्ने की सबसे अधिक उत्पादक किस्मों पर निर्भर होकर किसानों के बकाया का भुगतान करने में सक्षम है।

द हिन्दू में प्रकाशित खबर के मुताबिक, आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि, अब तक बेचे गए लगभग 375 टन गन्ने के बीज में से 140 टन CO 14012 (अवनी) किस्म और 75 टन CO 11015 (अतुल्य) के ऑर्डर भी सहकारी चीनी मिलों द्वारा दिए गए हैं। टीएनएयू की वाइस-चांसलर वी. गीतालक्ष्मी के मुताबिक, बिना फूल वाली ‘पुन्नागाई’ किस्म किसानों द्वारा पसंद की जा रही है, जो प्रति हेक्टेयर 160 टन तक की उपज देती है।

गन्ना प्रजनन संस्थान की निदेशक जी हेमाप्रभा ने कहा, सुखा -प्रतिरोध, लाल-सड़न रोग के प्रति लचीलापन, प्रति हेक्टेयर 160 टन तक की उच्च उत्पादकता, उच्च पेड़ी क्षमता और फसल की गैर-फूलों की प्रकृति आदि गुणों ने ‘पुन्नगाई’ किस्म को सहकारी चीनी मिलों के लिए पसंदीदा विकल्प बना दिया है

अपनी ऊर्जा सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन और ग्रामीण अर्थव्यवस्था में वृद्धि के लक्ष्यों के अनुरूप, केंद्र सरकार ने देश में एथेनॉल के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए बहुआयामी सुधार शुरू किए है। एथेनॉल मिश्रित पेट्रोल (ईबीपी) कार्यक्रम के तहत, 2030 तक पेट्रोल में एथेनॉल के 20% सम्मिश्रण का सांकेतिक लक्ष्य निर्धारित किया गया था। इसके बाद, 2020 में ‘द कैबिनेट कमेटी ऑन इकोनॉमिक अफेयर्स’ (CCEA) द्वारा पेट्रोल में 20% एथेनॉल सम्मिश्रण को प्राप्त करने के लक्ष्य वर्ष को भी 2025 तक बढ़ा दिया गया था।

एथेनॉल की खरीद 2013-14 के 38 करोड़ लीटर से 2020-21 के दौरान लगभग आठ गुना बढ़कर 322 करोड़ लीटर हो गई। एथेनॉल आसवन क्षमता लगभग दोगुनी हो गई है और पांच वर्षों में डिस्टलरी की संख्या में 40 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इसके अलावा, आधिकारिक रिकॉर्ड के अनुसार, 2018-19 में एथेनॉल उत्पादन के लिए ‘बी’ भारी शीरा, गन्ना रस, चीनी और चीनी सिरप के डायवर्जन की अनुमति देने के निर्णय से फीडस्टॉक की विश्वसनीय आपूर्ति और चीनी की कीमत स्थिरता को सक्षम बनाया गया।

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