नई दिल्ली : नेशनल फेडरेशन ऑफ कोऑपरेटिव (NFCSF) के अनुसार, मार्च के अंत में देश भर में कुल 531 में से 337 मिलों में गन्ने की पेराई पूरी हो गई है, बाकी 194 मिलों में मई के अंत तक सीजन जारी रहने की उम्मीद है। 31 मार्च, 2023 के अंत तक देश में चीनी उत्पादन 298.70 लाख टन पर पहुंच गया, जो पिछले साल इसी तारीख को हुए चीनी उत्पादन से साढ़े बारह लाख टन कम है। साथ ही 3033 लाख टन गन्ने की पेराई हुई है, जो पिछले साल की इसी तारीख से 69 लाख टन कम है। औसत चीनी रिकवरी 9.87 प्रतिशत है, जो पिछले साल मार्च के अंत में औसत चीनी रिकवरी से 0.18 प्रतिशत कम है। इस सब के परिणामस्वरूप, देश के स्तर पर सीजन के अंत में चीनी का उत्पादन लगभग 325 लाख टन होने की उम्मीद है, जो पिछले साल के 359.25 लाख टन से लगभग 35 लाख टन कम है।
इसमें उत्तर प्रदेश में 97, तमिलनाडु में 24, हरियाणा में 14 और गुजरात और महाराष्ट्र में 10-10 मिलें चालू हैं। 325 लाख टन के उपरोक्त अनुमानित चीनी उत्पादन के अलावा, 45 लाख टन चीनी को एथेनॉल उत्पादन में शामिल किया जाएगा। एनएफसीएसएफ द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि, उपरोक्त सभी आंकड़ों का विश्लेषण करने पर ऐसा लगता है कि स्थानीय बाजार में चीनी की कीमतें संतोषजनक स्तर पर बनी रहेंगी।एनएफसीएसएफ के प्रबंध निदेशक श्री प्रकाश नाइकनवरे ने कहा, इस साल प्रचंड गर्मी की उम्मीद के कारण, शीतल पेय और आइसक्रीम उद्योगों द्वारा चीनी की अतिरिक्त खपत की उम्मीद है।