कुआलालंपुर : मलेशियाई लोगों के बीच चीनी की खपत को कम करने के सरकार के प्रयासों के तहत, स्वस्थ भोजन और पेय के उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए टैक्स कटौती की मांग की जा रही है। न्यूट्रिशन सोसाइटी ऑफ मलेशिया के अध्यक्ष टी ई सिओंग ने कहा कि, स्वस्थ उत्पादों का उत्पादन करने वाली कंपनियों के लिए टैक्स कटौती को सरकार की चीनी खपत में कटौती की रणनीतिक योजना में शामिल किया जाना चाहिए, जिसकी घोषणा बुधवार को की गई। टी ई सिओंग ने कहा कि, सरकार को केवल पूर्व-पैकेज्ड और संसाधित खाद्य और पेय पदार्थों पर ध्यान केंद्रित नहीं करना चाहिए, बल्कि फेरीवालों के स्टालों और रेस्तरां सहित भोजनालयों में बेचे जाने वाले गैर-प्रसंस्कृत वस्तुओं को भी शामिल करना चाहिए।
उन्होंने कहा की, कई ‘रेडी टू इट’ भोजन और पेय पदार्थों में उच्च मात्रा में चीनी होती है। देश में ऐसे कोई नियम नहीं हैं जिससे उन्हें चीनी मात्रा बतानी पड़े या इसे कम करने के निर्देश दे। टी ने कहा कि, स्वास्थ्य मंत्रालय की योजना व्यापक होनी चाहिए और स्वस्थ भोजन तैयार करने के तरीकों और सब्जियों, साबुत अनाज और फलों की खपत को प्रोत्साहित करना चाहिए। कार्डिएक वैस्कुलर सेंट्रल कुआलालंपुर की सलाहकार आहार विशेषज्ञ मैरी ईसॉ ने सुझाव दिया कि, स्वास्थ्य मंत्रालय के नियमों का पालन करने वाले खाद्य और पेय ऑपरेटरों को उनके ऑपरेटिंग लाइसेंस पर कर छूट की पेशकश की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि, स्वास्थ्य मंत्रालय उन विक्रेताओं को भी पहचान सकता है जो अपने उत्पादों की चीनी सामग्री को कम करते हैं। उन्होंने कहा कि 2019 में लागू चीनी उत्पाद शुल्क को जारी रखा जाना चाहिए और इसकी कड़ी निगरानी की जानी चाहिए।