महाराजगंज: उत्तर प्रदेश की कई मिलें चीनी रिकवरी घटने से परेशान है। सिसवा क्षेत्र में किसानों ने को-0238 व को-0118, को-लख-94184, को-98014, कोशा- 8272, कोशा- 8279, कोशा-1434, कोशा-8452, कोशा-12232 आदि प्रजातियों के गन्ने की बुआई की थी। बावजूद इसके चीनी रिकवरी में गिरावट हुई है।
पेराई सीजन 2022-23 में जनपद की सिसवा मिल को चीनी रिकवरी घटने से आर्थिक नुकसान हुआ है। प्रदेश की अन्य जिलों की चीनी मिलों का भी यही हाल है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 2021-22 में सिसवा चीनी मिल ने किसानों से 23.30 लाख क्विंटल गन्ना खरीदा था, और मिल को प्रति क्विंटल औसत 11.17 किलो चीनी प्राप्त हुई। वहीं पेराई सीजन वर्ष 2022-23 में यहां के किसानों से 29 लाख 18 हजार क्विंटल गन्ना खरीदा गया और चीनी रिकवरी 10.85 प्रतिशत प्राप्त हुआ। चीनी रिकवरी घटने से मिल को करोड़ों का नुकसान हुआ है।
लाइव हिंदुस्तान में प्रकाशित खबर के अनुसार, सिसवा मिल के प्रबंधक कर्मवीर सिंह ने कहा कि, चीनी परता घटने से मिल को करीब दो करोड़ का नुकसान हुआ है।