नई दिल्ली : पेराई सीजन 2022 – 2023 में उत्तर प्रदेश ने चीनी उत्पादन में अव्वल स्थान हासिल कर लिया है, जबकि महाराष्ट्र दुसरे पायदान पर है। खास बात तो यह है कि, उत्तर प्रदेश में महाराष्ट्र की 210 मिलों की तुलना में केवल 118 मिलों ने पेराई में हिस्सा लिया था, और फिर भी चीनी उत्पादन में उत्तर प्रदेश आगे निकल गया है। उत्तर प्रदेश की तुलना में कम गन्ना क्षेत्र, बेमौसम बारिश, एथेनॉल के लिए डायवर्जन और फसल पर कीट के प्रकोप के चलते महाराष्ट्र में गन्ना और चीनी उत्पादन में गिरावट देखी गई है। उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र के बाद कर्नाटक तीसरे पायदान पर है।
उत्तर प्रदेश के गन्ना विकास और चीनी मिल मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने पीटीआई को बताया की सीजन 2022-2023 में उत्तर प्रदेश द्वारा उत्पादित कुल चीनी 107.29 लाख टन है (जिसमें 3.05 लाख टन खांडसारी (तरल गुड़ से भौतिक रूप से निकाली गई चीनी) शामिल है), जबकि महाराष्ट्र में 105.30 लाख टन हुआ। यूपी में चीनी मिलों द्वारा कुल गन्ने की पेराई 1,084.57 लाख टन हुई है, जबकि महाराष्ट्र में यह 1,053 लाख टन थी। उत्तर प्रदेश में 19.84 लाख टन चीनी को एथेनॉल में बदल दिया गया, जबकि महाराष्ट्र में यह आंकड़ा 15.70 लाख टन था।