कीमती धातुओं को छोड़कर अन्य वस्तुओं की कीमतें सीमित रहने संभावना

नई दिल्ली : वित्त मंत्रालय ने अपनी मासिक आर्थिक समीक्षा रिपोर्ट में कहा है कि, कीमती धातुओं को छोड़कर अन्य सभी वस्तुओं की कीमतें चालू वर्ष में कम होने की संभावना है। हालांकि, अभी भी उनके पूर्व-महामारी के स्तर से काफी ऊपर रहने की उम्मीद है। वित्त मंत्रालय ने वर्ल्ड बैंक कमोडिटी आउटलुक अप्रैल 2023 के हवाले से कहा कि, अंतरराष्ट्रीय कमोडिटी की कीमतों में 2022 की तीसरी तिमाही के अंत से गिरावट शुरू हुई और 2022 के स्तर की तुलना में 2023 में और गिरावट आने का अनुमान है।

मंत्रालय की रिपोर्ट में कहा गया है कि, प्रमुख उत्पादक देशों में अच्छी फसल के कारण तेल, भोजन और अनाज की कीमतों में गिरावट से 2023 में खाद्य मूल्य सूचकांक में भी गिरावट की उम्मीद है। उर्वरक कीमतों में 37 प्रतिशत की कमी से इनपुट लागत में गिरावट अनुमान लगाया गया है।वैश्विक स्तर पर कमजोर मांग के मद्देनजर बेस मेटल और ऊर्जा कीमतों में भी गिरावट की आशंका है।

मुद्रास्फीति पर वित्त मंत्रालय ने कहा कि, 2022-23 में खाद्यान्न की बंपर फसल होने की उम्मीद है और 2023-24 में खरीफ सीजन में अच्छे अनुमानों के चलते आने वाले महीनों में खाद्य मुद्रास्फीति को कम रखने की उम्मीद है। अप्रैल 2023 में अपस्फीति में निर्मित उत्पादों में बेस मेटल्स, खाद्य उत्पाद, ईंधन और बिजली प्रमुख योगदानकर्ता है।थोक मुद्रास्फीति, 18 महीने तक दोहरे अंकों में रहने के बाद, अब अप्रैल 2023 में 33 महीने के निचले स्तर (-) 0.9 प्रतिशत पर आ गई है।खुदरा मुद्रास्फीति भी धीरे-धीरे अप्रैल 2022 में 7.8 प्रतिशत के शिखर से घटकर अप्रैल 2023 में 18 महीने के निचले स्तर 4.7 प्रतिशत पर आ गई है।मंत्रालय की रिपोर्ट में चेतावनी में कहा गया है, आगे बढ़ते हुए, कई कारक, जैसे उम्मीद से कम तेल आपूर्ति, चीन से अनुमानित मांग से अधिक मांग, भू-राजनीतिक तनाव की तीव्रता और प्रतिकूल मौसम की स्थिति, इन पूर्वानुमानों के लिए उल्टा जोखिम पैदा कर सकते है।

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