अफगानिस्तान स्थित टोलो न्यूज ने बताया, टिड्डियों के आक्रमण के कारण अफगानिस्तान के उत्तरी प्रांतों में किसानों को भारी नुकसान हुआ है।
संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन ने कहा कि टिड्डियों के आक्रमण के कारण देश के कुछ उत्तरी प्रांतों में 6,000 हेक्टेयर से अधिक कृषि भूमि नष्ट हो गई है।
टोलो न्यूज के मुताबिक, अफगानिस्तान में FAO के प्रतिनिधि रिचर्ड ट्रेंकार्ड ने कहा,मोरक्कन टिड्डे को दुनिया का सबसे प्रभावशाली पौधा कीट माना जाता है, यह 150 से अधिक पौधों के कीटों और 50 से अधिक खाद्य फसलों को खाता है। उन्होंने यह भी बताया की, मौजूदा हालात को देखते हुए किसानों की तुरंत मदद करने कि ज़रूरत है।
रिचर्ड ट्रेंकार्ड ने कहा हमें यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि जो परिवार सब कुछ खो चुके है उन्हें भोजन सहायता कृषि सहायता, और आपातकालीन सहायता, मिल सके जिनकी उन्हें आवश्यकता हो है और यह मोरक्कन टिड्डी के बारे में एक और बात है, यह साल दर साल सौ गुना बढ़ते है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा की अगले साल परिस्तिथि इससे ज्यादा जम्बीर न हो।
किसानों ने कहा कि उनके पास टिड्डियों को नष्ट करने के साधन नहीं हैं, जिसके कारण उन्होंने सहायता संगठनों से मदद की गुहार लगाई।
टोलो न्यूज के मुताबिक, एक किसान नजीबुल्लाह ने कहा, “मोरक्कन टिड्डी ने मेरे गेहूं के खेत की 300 एकड़ जमीन और इस क्षेत्र में 31,000 एकड़ जमीन को उकसान पहुंचाया है।
बदख्शां, बादगीस, बघलान, बल्ख, सुर ए पुल, समांगन और ताखार ऐसे प्रांत हैं जिन्हें टिड्डियों के कारण भारी नुकसान के साथ काफी मुश्किलों का सामना करना पद रहा है।