सोलापुर : सिद्धेश्वर मिल के गाइड और निदेशक धर्मराज काडादी ने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा की, मिल की चिमनी ध्वस्त कर दी गई है, नतीजतन, अगले दो साल मिल में पेराई नहीं कर पाएंगे।आपको बता दे की, सोलापुर की हवाई सेवा के लिए बड़ी बाधा मानी जाने वाली श्री सिद्धेश्वर सहकारी चीनी मिल की चिमनी को सोलापुर नगर निगम ने गुरुवार को तोड़ दिया।मिल कि पेराई और बिजली उत्पादन ध्वस्त की गई चिमनी पर होता था। अब नई चिमनी लगानी पड़ेगी। नई चिमनी के लिए जगह तलाशने, नई तकनीक सीखने में समय लगेगा। इन सभी प्रक्रियाओं में कम से कम दो साल लग सकते हैं।
विगत 50 वर्षों से सिद्धेश्वर चीनी मिल सफलतापूर्वक चल रही है। उत्तर सोलापुर, दक्षिण सोलापुर, अक्कलकोट, मोहोल और तुलजापुर यह पांच तालुका मिल क्षेत्र में आते है।इस मिल को पूर्व सांसद मडेप्पा बंडप्पा उर्फ अप्पासाहेब काडादी द्वारा स्थापित किया गया था।काडादी परिवार की चौथी पीढ़ी फैक्ट्री चला रही है। लगभग 27 हजार सदस्य, किसान और 1100 श्रमिक अपनी आजीविका के लिए इस मिल पर निर्भर हैं।
पिछले आठ साल से जिले की राजनीति में श्री सिद्धेश्वर चीनी मिल की चिमनी से बवाल शुरू हो गया था।सोलापुर में उड़ान सेवाओं को बाधित करने वाली चिमनी को गिराने के लिए कानूनी और राजनीतिक लड़ाई चल रही थी।